(Cow) गाय से वास्तु दोष निवारण:
गाय को हिन्दू धर्म में माता का रूप माना जाता है, और इसके अलावा, गाय की धूल का भी महत्व है, जिससे वास्तु दोषों का निवारण किया जा सकता है। गाय के खुरों से उठने वाली धूल से सभी प्रकार के पापों का दोष खत्म हो जाता है। पंचगव्य और पंचामृत की महिमा भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है। गोदान का महत्व सभी जानते हैं, और यम के भय का निवारण भी इससे होता है।
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गाय के फायदे: Cow
- धार्मिक महत्व: हिन्दू धर्म में, गाय का बहुत महत्व है, और उन्हें माता के रूप में सम्मान दिया जाता है। कई पुराणों में कहा गया है कि गोसेवा और गोदान से यम का भय नहीं रहता है।
- गोधूलि वेला: गाय के पांवों की धूल का भी अपना महत्व है। गरुड़ पुराण और पद्म पुराण में गाय के पांवों की धूल को पाप विनाशक माना गया है। ज्योतिष और धर्मशास्त्रों में गोधूलि वेला को शुभ मुहूर्त के रूप में माना जाता है, और इसे विवाह आदि मंगल कार्यों के लिए बेहद शुभ माना जाता है.
- गोमूत्र की महिमा: गोमूत्र से बहुत सारी आयुर्वेदिक दवाएं बनती हैं और यह विभिन्न रोगों के उपचार में कार्यकारी होता है।
- वास्तु दोष निवारण: गाय सभी प्रकार के वास्तु दोषों को भी दूर कर सकती है। भवन निर्माण के आगमन से पहले उस भूमि पर गाय को बांधना चाहिए, जिससे उस स्थान के सभी वास्तुदोष स्वतः ही दूर हो जाते हैं, और निर्माण कार्य में किसी प्रकार की बाधा नहीं