करवा चौथ अनुष्ठान: व्रत रखने वाली महिलाओं के लिए स्नान का महत्व

ब्रह्म मुहूर्त का महत्व: ब्रह्म मुहूर्त एक पवित्र समय अवधि है जो सूर्योदय से लगभग 1.5 घंटे पहले शुरू होती है और लगभग 48 मिनट तक रहती है। 

पूजा के बाद पति की दीर्घायु की कामना करते हुए व्रत करना चाहिए और व्रत संकल्प मंत्र का जप करना चाहिए -

मम सुखसौभाग्य पुत्रपौत्रादि सुस्थिर श्री प्राप्तये करक चतुर्थी व्रतमहं करिष्ये। ॐ श्रीम गम सौभाग्य गणपतये। वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नमः॥ 

माता पार्वती मंत्र नमः शिवायै शर्वाण्यै सौभाग्यं संतति शुभाम्‌। प्रयच्छ भक्तियुक्तानां नारीणां हरवल्लभे॥

करवा दान मंत्र करकं क्षीरसम्पूर्णा तोयपूर्णमथापि वा। ददामि रत्नसंयुक्तं चिरञ्जीवतु मे पतिः॥

महादेव मंत्र ‘ऊँ अमृतांदाय विदमहे कलारूपाय धीमहि तत्रो सोम: प्रचोदयात’ ‘ॐ षण्मुखाय नमः